ये है क्या टाइम पास या सच्चा आशिकाना। ये है क्या टाइम पास या सच्चा आशिकाना।
अन्दर कुछ है जो ज़बां पर आ रहा है आँखे खोलो ना कि मैं आया हूँ अन्दर कुछ है जो ज़बां पर आ रहा है आँखे खोलो ना कि मैं आया हूँ
आँखों ही आँखों में उनसे, खुलकर सब कह जाना होगा। आँखों ही आँखों में उनसे, खुलकर सब कह जाना होगा।
उसने ही जग को जीता है, कुछ कर जाने की ठानी है। उसने ही जग को जीता है, कुछ कर जाने की ठानी है।
कुछ कहना चाह रही है अगर ज़ुबाँ, तो खुलकर उसे अपनी बात कहने दो। कुछ कहना चाह रही है अगर ज़ुबाँ, तो खुलकर उसे अपनी बात कहने दो।
तुम्हारी वो छुअन मैं आज भी बिसरा नहीं पाया। तुम्हारी वो छुअन मैं आज भी बिसरा नहीं पाया।